नमस्कार दोस्तो।
आखिरकार आज मैने कामिक्स को लेकर बनाए गए अपने इस ब्लाग पर काम करने का फैसला कर ही लिया। आज जब ये ब्लाग लिख रहा हूँ तो मै इसमे आगे जुडने वाली पोस्टो के बारे मे भी काफी हद तक निश्चित हूँ कि उनमे मे आप लोगो के साथ क्या शेयर करूंगा।
ब्लाग के लिए मैने हिंदी भाषा को चुना है। अंग्रेजी मे भी लिख सकता था लेकिन फिर कामिक्स के प्रति मेरे ह्र्दय मे जो भवनाए है वो प्रभावशाली माध्यम से व्यक्त नही कर पाता। दूसरे, मै ये ब्लाग सिर्फ भारतीय और हिंदी कामिक्सो के लिए ही लिख रहा हूँ क्योकि मैने सिर्फ ये ही कामिक्से पढी है।
काफी लोग मुझे पहले से ही जानते है।
और हिंदी कामिक्स विशेषकर राज कामिक्स (raj comics) के प्रति मेरे लगाव से वाकिफ है। लेकिन कुछ बाते ऐसी है जिन्हे मैने कभी शेयर नही किया। मै चाहता था कि वो बाते राज कामिक्स के फारम (raj comics forum) पर शेयर करु। लेकिन वो अब संभव नही दिखता। तो अब मै इस ब्लाग के माध्यम से वो सारी बाते शेयर करूंगा।
और हिंदी कामिक्स विशेषकर राज कामिक्स (raj comics) के प्रति मेरे लगाव से वाकिफ है। लेकिन कुछ बाते ऐसी है जिन्हे मैने कभी शेयर नही किया। मै चाहता था कि वो बाते राज कामिक्स के फारम (raj comics forum) पर शेयर करु। लेकिन वो अब संभव नही दिखता। तो अब मै इस ब्लाग के माध्यम से वो सारी बाते शेयर करूंगा।
Nagraj Paper Toy |
मेरे (और मेरी उम्र के बहुत से लोगो के) बचपन मे मनोरंजन का सबसे बडा माध्यम हुआ करती थी कामिक्से। राज कामिक्स, मनोज कामिक्स, डायमंड कामिक्स, तुलसी कामिक्स, राधा कामिक्स इत्यादि। समय बदला लेकिन कामिक्सो के प्रति लगाव नही बदला। बहुत से प्रकाशक जैसे manoj comics, tulsi comics, radha comics, etc बंद हो गए लेकिन अकेले raj comics ने मेरे कामिक्सो के प्रति मेरे मोह को बनाए रखा। मेरा ये ब्लाग एक सलाम है hindi and Indian comics industry को। A tribute to Indian Comics Industry. जिन्होने हमारे बचपन को सुखद बनाने मे कोई कसर नही छोडी।
बहुत ही बढ़िया ब्लॉग है राज कॉमिक्स अपने नाम की तरह मेरे दिल मेँ राज करती है
ReplyDeleteblog ke shubh aarambh ki badhaai..
ReplyDeletepehla post bahut badhiya hai..bachpan ko waapas jeena sachmuch har kisi ka sapna hota hai.
लगे रहो
ReplyDeleteKuchh ek spelling mistakes hain.. baki badhiya blog likha hai :P Waiting for more :)
ReplyDeletetell me the mistakes. I will correct them.
Deleteagle blog ka entezar hai sir g :)
ReplyDeletenext post added on the blog. check out Second Post
DeleteUmda bhai... lge raho
ReplyDeletebahat pasand aya mujhe yeh prayas,badhiya
ReplyDeleteBhartiye Comics k prati aapka prem to kai communities khaaskar Raj Comics Forums par dekh chuka hun...par tab topic anusaar replies ya discussion mey dil ki kuch miscellaneous phir bhi zaroori baaten chhut jaati hai ya hum aage k liye taal dete the...halaki, wo "aage" kabhi aaya nahi. Shukr hai aapka ye "aage" iss blog k roop mey moortroop mey aa hi gaya.... :)
ReplyDeleteComics k aapke anubhavo ko baantte rehne k liye...aur comics ko promote karne k liye shukriya...
Exactly Mohit. हमारा ज्यादातर वक्त सोचने मे ही चला जाता है। अब मैंने सोचे हुए कामो को करने का मन बना ही लिया है। :)
Deleteindian comic industry in particular hindi comics industry ko kabhi bhi woh credit nahin mila jo woh deserve karti hain, hamaare lok english aur foreign characters ki taraf pakshapat hain, hindi comicson ko hamesha se nichi nazaron se hi dekha gaya hain, ye satya hain ki kayin characters foreign characters se 'inspired' the, lekin phir bhi story writing aur artwork, kuch hindi comics ka zabardast tha. ye pakshapat comic con mein bhi saaf jhalak rahan hain, unhe bas 'New Kids on the Block' hi nazar aate hain, aur experienced publishers nazar nahin aate. hindi comicson ko jis protsahan ki zaroorat thi woh kabhi nahin mili durbhagyavarsh !!!
ReplyDeleteलोगो को शुरु से ही कामिक्सो के नाम से चिढ है। वो बच्चो को टी वी सीरियल तो देखने देते है लेकिन कामिक्स के नाम पर मुँह बना लेते है। Technology के इस दौर मे foreign content easily available हो जाता है। इसलिए अब सब spider-man and iron-man को ही पसंद करते है। हिंदी कामिक्सो को बढावा देने वाले लोग बहुत कम रह गए है।
Deletecomics ke naam se chidh darasal sarvlaukik hain, jaise 1948 ki yeh report bayan karti hain
Deletehttp://cbldf.org/2012/06/1948-the-year-comics-met-their-match/